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शिक्षक दिवस पर निबंध | शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में | Teachers Day Essay

शिक्षक दिवस पर निबंध | शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में | Teacher’s Day Essay in Hindi

शिक्षक दिवस पर निबंध : हेलो जी आपका स्वागत है शिक्षक दिवस पर निबंध पोस्ट में। अगर आप इंटरनेट पर शिक्षक दिवस पर निबंध पोस्ट की तलाश कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं।

इस पोस्ट में आपको शिक्षक दिवस पर निबंध और शिक्षक दिवस से जुड़ी हुई और भी बहुत सारी जानकारी मिलेंगी।जैसे शिक्षक दिवस पर निबंध, शिक्षक क्यों जरूरी है, शिक्षक दिवस पर निबंध लिखा कैसे जाता है और भी बहुत कुछ।

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शिक्षक दिवस पर निबंध | शिक्षक दिवस पर निबंध हिंदी में | Teacher’s Day Essay in Hindi

ज्ञान, जानकारी और समृद्धि के वास्तविक धारक शिक्षक ही होते हैं जिसका इस्तेमाल कर वह हमारे जीवन के लिए हमें विकसित और तैयार करते हैं।

हमारी सफलता के पीछे हमारे शिक्षक का हाथ होता है। हमारे माता पिता के तरह ही हमारे शिक्षक के पास भी बहुत ही अधिक व्यक्तिगत समस्या होती हैं लेकिन फिर भी वह इन सब को दरकिनार कर रोज स्कूल और कॉलेज आते हैं तथा अपनी जिम्मेदारी का बहुत ही अच्छे से निर्वाह करते हैं।

कोई भी उनके बेस कीमती कार्य के लिए उन्हें धन्यवाद नहीं देता इसलिए एक विद्यार्थी के रूप में शिक्षकों के प्रति हमारी भी जिम्मेदारी बनती है की कम से कम साल में एक बार उन्हें जरूर से जरूर धन्यवाद दे।

शिक्षक दिवस पर निबंध प्रस्तावना : जीवन में शिक्षक का किरदार बहुत ही खास होता है, वो किसी के जीवन में उस बैक ग्राउंड म्यूजिक की तरह होते हैं, जिसकी उपस्थिति मंच पर तो नहीं दिखती, परंतु उसके होने से नाटक में जान आ जाती है।

ठीक उसी प्रकार हमारे जीवन में एक शिक्षक की भी भूमिका होती है। चाहें आप जीवन के किसी भी पड़ाव पर हों, शिक्षक की आवश्यकता सबको परती है। हमारे देश भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो की डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन हैं।

वो भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे जो इन पदों पर आसीन होने से पहले एक शिक्षक थे।

शिक्षक का हमारे जीवन में महत्व :

हमारे शिक्षक हमें शैक्षणिक दृष्टि से तो बेहतर बनाते ही हैं तथा साथ ही साथ हमारे ज्ञान, विश्वास स्तर को बढ़ाकर नैतिक रूप से भी हमें एक बेहतरीन इंसान बनाते हैं।

जीवन में अच्छा करने के लिए वह हमें हर असंभव कार्य को संभव करने की प्रेरणा देते हैं। विद्यार्थियों के द्वारा इस दिन को बहुत ही उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है।

विद्यार्थी अपने शिक्षकों को ग्रीटिंग्स कार्ड देकर बधाई देते हैं। ये सर्व विदित है की हमारे जीवन को संवारने में शिक्षक एक बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सफलता प्राप्ति के लिए वो हमें कई प्रकार से मदद करते हैं जैसे की हमारे ज्ञान, कौशल के स्तर, विश्वास आदि को बढ़ाते हैं तथा हमारे जीवन को सही आकार में ढालते हैं।

अतः अपने निष्ठावान शिक्षक के लिए हमारी भी कुछ जिम्मेदारी बनती है। हम सभी को एक आज्ञाकारी विद्यार्थी के रूप में अपने शिक्षक का दिल से अभिनंदन करने की जरूरत है और जीवन भर अध्यापन के अपने निःस्वर्थ सेवा के लिए साथ ही अपने अनगिनत विद्यार्थियों के जीवन को सही आकार देने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए।

शिक्षक दिवस कब मनाते है :

शिक्षक दिवस ( जो हर साल 5सितंबर को मनाया जाता है) हम सभी के लिए उन्हें धन्यवाद देने और अपना एक दिन उनके साथ बिताने के लिए ये एक महान अवसर है।

हर वर्ष 5 सितंबर को हमारे निःस्वर्थ शिक्षकों को उनके बहुमूल्य कार्य को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

5 सितंबर हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन का जन्मदिन है जिन्होंने पूरे भारत में शिक्षकों को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस के रूप में उनके जन्मदिन को मनाने का आग्रह किया था।

उन्हें अध्यापन पेशे से बहुत ही अधिक प्यार था।शिक्षक और विद्यार्थी के बीच के रिश्तों की खुशी को मनाने के लिए शिक्षक दिवस एक बड़ा अवसर है।

आज के दिनों में इसे स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक और विद्यार्थियों के द्वारा बहुत ही खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

अपने विद्यार्थियों से शिक्षकों को बहुत ही देर सारी बधाईयां मिलती है। आधुनिक समय में शिक्षक दिवस को काफी अलग तरीके से मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी बहुत खुश होते हैं और अपने तरीके से अपने अपने पसंदीदा शिक्षकों को बधाई देते हैं।

कुछ विद्यार्थी कलम, कॉपी, डायरी, कार्ड आदि  देकर बधाई देते हैं तो कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे फेसबुक, ट्विटर या वीडियो ऑडियो संदेश, ईमेल, लिखित संदेश या ऑनलाइन बातचीत के द्वारा अपने अपने शिक्षकों को बधाई देते हैं।

हमारे शिक्षक के लिए हमें क्या करना चाहिए ?

हमारे जीवन में अपने शिक्षकों की अहमियत और जरूरत की हमें महसूस करना चाहिए और उनके कार्यों को सम्मान देने के लिए हमें हर वर्ष शिक्षक दिवस मनाना चाहिए।

हमारे जीवन में माता पिता से ज्यादा शिक्षक की भूमिका होती है क्योंकि वो हमें सफलता की ओर मोढ़ते हैं। शिक्षक अपने जीवन में खुशी और सफल कार्यों से पूरे विश्वभर में नाम कमाता है।

हमें अपने जीवन में शिक्षक के द्वारा पढ़ाए गए सभी पाठ का अनुसरण बहुत ही ध्यानपूर्वक करना चाहिए। देश में रहने वाले नागरिकों के भविष्य निर्माण के द्वारा शिक्षक राष्ट्र निर्माण का कार्य करते हैं लेकिन समाज में कोई भी शिक्षकों और उनके योगदान के बारे में नहीं सोचता था।

लेकिन ये सारा श्रेय भारत के एक महान नेता डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन को जाता है जिन्होंने अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की सलाह दी।

1962 से हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षक हमें सिर्फ पढ़ाते ही नहीं हैं बल्कि वो हमारे व्यक्तित्व, विश्वास और कौशल स्तर को भी सुधारते हैं।

वो हमें इस काबिल बनाते हैं की हम किसी भी कठिनाई और परेशानियों का सामना बहुत ही अच्छे तरीके से कर सकें।

ये कहा जाता है की किसी भी पेशे की तुलना अध्यापन से नहीं की जा सकती। ये दुनिया का सबसे नेक कार्य माना जाता है। पूरे भारत में शिक्षक दिवस के रूप में इस दिन को मनाने के द्वारा 5 सितंबर को अध्यापन पेशे को समर्पित किया गया है।

शिक्षकों को सम्मान देने और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिवस को याद करने के लिए हर साल उसे बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है।

देश के विकास और समाज में हमारे शिक्षकों के योगदान के साथ ही अध्यापन पेशे की महानता को उल्लेखित करने के लिए हमारे पूर्व राष्ट्रपति के जन्मदिवस को समर्पित किया गया है।

शिक्षक दिवस क्यों मनाते है ?

डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन एक महान शिक्षक थे जिन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष अध्यापन पेशे को दिया है। वो विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षकों के योगदान और भूमिका के लिए प्रसिद्ध थे।

इसलिए वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने शिक्षकों के बारे में सोचा और हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया।

डॉक्टर सर्व पल्ली राधा कृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और 1909 में चेन्नई के प्रिसेंडेसी कॉलेज में अध्यापक पेशे में प्रवेश करने के द्वारा दर्शनशास्त्र शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुवात की।

पूरे भारत भर के स्कूलों में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थियों द्वारा अपने पसंदीदा शिक्षकों की वेशभूषा धारण करके अपने से निचले कक्षाओं में जाया जाता है ।

इस दिन उन्हे अलग अलग कक्षाएं दी जाती हैं ताकि वो अच्छे से पढ़ा सके।यह छोटे तथा बड़े सभी विद्यार्थियों के लिए काफी मजेदार दिन होता है।

वह पढ़ाने के साथ ही कई सारी गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। इस दौरान सीनियर छात्र इस बात का काफी अच्छे से ध्यान रखते हैं की विद्यालय का अनुशासन बना रहे और इसके लिए जूनियर छात्र उनका सहयोग करते हैं।

शिक्षक दिवस कैसे मनाते है ?

कई सारे विद्यालयों में जूनियर छात्रों द्वारा भी शिक्षकों का वेश धारण करके उनकी भूमिका निभाई जाती है। इस दौरान बेस्ट ड्रेस और रोल प्ले जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, इसके अलावा अन्य कई तरह के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं( नृत्य, नाटकों का मंचन, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और भाषण) का आयोजन किया जाता है।

अतः इस विशेष दिन छात्र छात्राएं अपने शिक्षकों के लिए ग्रिटिंक्स कार्ड, फूल और तमाम तरह के कई उपहार लाते हैं, अपने विद्यार्थियों से इस तरह के तमाम उपहार पाकर शिक्षक भी काफी प्रसन्नता महसूस करते हैं।

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निष्कर्ष : अतः उपर्युक्त तथ्यों के माध्यम से शिक्षक दिवस पर निबंध को बहुत ही अच्छी तरह से समझा जा सकता है।

भारत में शिक्षक दिवस शिक्षकों के सम्मान में मनाया जाता है, क्योंकि वह पूरे वर्ष मेहनत करते हैं और चाहते है की उनके छात्र विद्यालय और अन्य गतिविधियों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करे।इस दिन पूरे देश भर में विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों और शिक्षकों के रिश्तों को काफी मजबूत बनाते हैं। वाकई में यह छात्रों और शिक्षकों दोनो के लिए ही बहुत ही खास दिन होता है।

आज तमाम शिक्षक अपने अपने ज्ञान की बोली लगाने लगे हैं।वर्तमान परिपेक्ष्य में देखें तो गुरु शिष्य की परंपरा कहीं ना कहीं कलंकित हो रही है।

आए दिन शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों और विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार की खबरें सुनने को मिलती है। इसे देखकर हमारी संस्कृति की इस अमूल्य गुरु शिष्य परंपरा पर प्रश्नचिन्ह नजर आने लगता है।

विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनो का ही दायित्व है की वो इस महान परंपरा को बेहतर ढंग से समझें और एक अच्छे समाज के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें, जो की हमारे, हमारे परिवार, हमारे समाज, हमारे राष्ट्र वो हमारे देश के लिए एक बहुत ही सम्मान वो गर्व की बात है।

शिक्षक दिवस पर निबंध 100 शब्दों में। Essay on Teacher’s Day in 100 words in Hindi. 

शिक्षक दिवस पर निबंध 100 शब्दों में।
शिक्षक दिवस पर निबंध 100 शब्दों में।

प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। हमारे देश भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्व पल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए भारत भर में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है।

गुरु का हर किसी के जीवन में काफी महत्व होता है। समाज में भी उनका अपना एक अलग ही अस्तित्व, उनकी एक अलग की पहचान होती है।

सर्व पल्ली राधा कृष्णन शिक्षा में बहुत ही अधिक विश्वास रखते थे। वो एक महान दार्शनिक और एक शिक्षक थे, उन्हें अध्यापन से बहुत ही अधिक प्रेम था, एक आदर्श शिक्षक के सभी गुण उनमें विद्यमान थे।

इस दिन समस्त देश में भारत सरकार द्वारा श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कार भी दिया जाता है।

शिक्षक दिवस पर निबंध 50 शब्दों में। Essay on Teacher’s Day in 50 words in Hindi. 

शिक्षक दिवस पर निबंध 50 शब्दों में।
शिक्षक दिवस पर निबंध 50 शब्दों में।

गुरु शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण हमारे इतिहास में दर्ज हैं।

शिक्षक उस माली के समान हैं, जो एक बगीचे को अलग अलग रूप रंग के फूलों से सजाते हैं। जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है।

आज शिक्षा को हर घर तक पहुंचाने के लिए बहुत तरह के सरकारी प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षकों को भी वो सम्मान मिलना चाहिए जिसके वो हकदार हैं।एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है।

शिक्षक दिवस पर निबंध 20 लाइन। 20 Lines on Teachers Day in Hindi.

शिक्षक दिवस पर निबंध 20 लाइन।
शिक्षक दिवस पर निबंध 20 लाइन।

देश में रहने वाले नागरिकों के भविष्य निर्माण के द्वारा शिक्षक राष्ट्र निर्माण का कार्य करते हैं।

अपने शिक्षकों को सम्मान देने के लिए विद्यार्थियों द्वारा ये हर वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है।

इसी दिन हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्व पल्ली राधा कृष्णन का जन्म 1888 को हुआ था।

शिक्षक और विद्यार्थी के बीच के रिश्तों की खुशी को मनाने के लिए शिक्षक दिवस एक बड़ा अवसर है।

शिक्षक हमारे व्यक्तित्व, विश्वास और कौशल स्तर को भी सुधारते हैं।

यह दिन शिक्षकों को सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए समर्पित किया गया है।

इस दिन छात्र छात्राएं अपने शिक्षकों के लिए ग्रिटिंग्स कार्ड, फूल और तमाम तरह के कई सारे उपहार लाते हैं।

इस प्रकार के कार्यक्रम और सम्मान द्वारा छात्रों और शिक्षकों के रिश्तों को और भी अधिक मजबूती मिलती है।

शिक्षक हमें एक बेहतर इंसान बनने में हमारी काफी मदद करते हैं।

हमें उनके द्वारा दिए गए सबक हो हमेशा ही महत्व देना चाहिए।

यह 1962 में पहली बार मनाया गया था।

विश्व शिक्षक दिवस पर हम उन सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हैं जो इतनी करी मेहनत करते हैं।

शिक्षक एक छात्र के जीवन को ढालने में उनकी काफी मदद करते हैं।

शिक्षक दिवस शिक्षा के महत्व और इस दुनिया में ज्ञान प्रदान करने वालों को काफी बढ़ावा देता है।

दुनिया भर के छात्र अपने अपने शिक्षकों के लिए अलग अलग तरह से प्रदर्शन करके इस दिन को बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं।

शिक्षकों की कार्य स्थितियों में सुधार के लिए विभिन्न तरह के अभियान चलाए जाते हैं।

शिक्षक दिवस सभी रूपों में सीखने को बढ़ावा देता है।

यह समारोह शिक्षकों के समर्पण और उपलब्धियों का प्रतीक है।

विश्व भर में 100से भी ज्यादा देश अपने तय तारीख पर शिक्षक दिवस मनाते हैं।

हमें हमेशा अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए और उनके प्रति आभारी रहना चाहिए।

शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन । 10 Lines on Teachers Day in Hindi.

शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन।
शिक्षक दिवस पर निबंध 10 लाइन।

शिक्षक एक व्यक्ति के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

एक शिक्षक एक मार्गदर्शक, गुरु, मित्र होने के साथ साथ और भी बहुत सारी भूमिकाओं को बहुत ही अच्छी तरह से निभाते हैं।

शिक्षक वह है जो हमारे जीवन में हमारे लिए काफी मददगार साबित होता है।

वह लोग काफी सौभाग्यशाली होते हैं जिन्हें एक अच्छे शिक्षक मिलते हैं।

एक शिक्षक का मुख्य लक्ष्य छात्रों को ज्ञान देना होता है।

शिक्षक अपने छात्रों को कोई भी चीज काफी अच्छे तरीके से सिखाने का प्रयास करते हैं।

किताबी ज्ञान देने के अलावा एक शिक्षक अपने बच्चों को नैतिक ज्ञान, सामाजिक ज्ञान, आध्यात्मिक ज्ञान आदि और भी बहुत सारे ज्ञान देते हैं।

शिक्षक वह है जिनसे हमें एक बेहतर इंसान वो एक अच्छा व्यक्ति दोनों बनने के प्रेरणा मिलती है।

एक शिक्षक और छात्र का रिश्ता दुनियां भर के कई अच्छे रिश्तों में से एक माना जाता है।

अतः मुझे अपने शिक्षकों पर गर्व है।

शिक्षक दिवस पर निबंध निष्कर्ष : 

हमें उम्मीद है की शिक्षक दिवस पर निबंध पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा । अगर आपके मन में कुछ सवाल है शिक्षक दिवस पर निबंध से सम्बंधित तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है। शिक्षक दिवस पर निबंध पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यबाद।

Sonam Kumari

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