बिहार : पूर्णिया नैरोबी मक्खी का कहर अब पूर्णिया में भी। अलर्ट जारी।
वैसे तो कोरोना ने भारत समेत पूरे देश की कमर तोर डाली थी, जोकी एक महामारी से शुरू हो कर एक विश्वमारी बन गयी थी। और अब एक और महामारी के फैलने की आशंका है जोकि, एक मक्खी के कारण फैल रही है। और उस मक्खी का नाम है नैरोबी मक्खी। नैरोबी मक्खी के कहर से बहुत से लोग परेशान है।
सूत्रों की माने तो ये मक्खी पूर्वी अफ्रीका से भारत की तरफ आयी है। एक तरफ भारत कोविड की चौथी लहर के आने की आसंका से परेशान है, और दूसरी तरफ नैरोबी मक्खी के कहर से।
भारत के उत्तर पूर्वी इलाकों जैसे कि बंगाल, सिक्किम, और बिहार में नैरोबी मक्खी के कहर से लोग आतंक में है। इस मक्खी के काटने पर एसिड के जलने जैसा घाव हो जाता है। इस मक्खी को एसिड फ्लाई के नाम से जाना जाता है।
कैसी दिखती है नैरोबी मक्खी।
बिहार के सीमांचल छेत्र में नैरोबी मक्खी ने काफी कहर मचा रखा है। नारंगी और काले रंग की ये चींटी की तरह दिखने वाली मक्खी काफी जहरीली है। यह मक्खी डंक नहीं मरती है ये अपने शरीर से एसिड के जैसा खतरनाक पदार्थ छोड़ती है।
क्या होता है नैरोबी मक्खी के काटने से।
इस मक्खी के काटने से व्यक्ति की त्वचा में खुजली और जले से चकते हो जाते हैं। यह आफत इतनी जहरीली है कि यदि इस मक्खी का जहर मनुष्य की त्वचा पर लगता है तो सबसे पहले वहां जलन और खुजली होने लगती है।
यह मक्खी ने बिहार राज्य के किशनगंज, ठाकुरगंज जैसे इलाकों में अपना आतंक फैला रखा है। अगर इस मक्खी को जल्दी से जल्दी नही रोका गया तो यह जल्द ही पूरे देश मे फैल जाएगा। सरकार के इस बारे में सोचने की जरूरत है।
कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा ने इस बारे में क्या कहा।
” पूर्णिया जिले तक नैरोबी मक्खी पहुँच गयी है। ऐसे में कटिहार तक भी आ सकती है। हालांकि की कटिहार में आने की सूचना पदाधिकारी द्वारा नही दी गयी है। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। “