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माँ पर निबंध [मेरी माँ पर निबंध हिंदी] | My Mother Essay in Hindi.

माँ पर निबंध [मेरी माँ पर निबंध हिंदी] | My Mother Essay in Hindi.

हेलो जी आपका स्वागत है, माँ पर निबंध पोस्ट में। अगर आप इंटरनेट पर माँ पर निबंध की तलाश कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं।

इस पोस्ट में आपको मां पर निबंध और माँ से जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारी मिलेंगी।जैसे की माँ पर निबंध, माँ का अर्थ क्या है, इसको लिखा कैसे जाता है और भी बहुत कुछ।

तो बिना देर किए इस पोस्ट को शुरू करते हैं।अगर आपको पोस्ट अच्छा लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा जरूर कीजियेगा। 

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मां पर निबंध [मेरी मां पर निबंध हिंदी] | My Mother Essay in Hindi.

माँ एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के बारे में जितनी भी बात की जाए, वो कम ही है। हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

माँ की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की इंसान भगवान का नाम लेना भले ही भूल जाए परंतु माँ का नाम लेना कभी भी नहीं भूलता।

माँ को प्रेम और करुणा का प्रतीक माना गया है। एक माँ दुनियां भर के कष्ट सहकर भी अपने संतान को अच्छी से अच्छी सुख सुविधाएं देना चाहती हैं।

प्रस्तावना : माँ वह है जो हमें जन्म देती हैं, यही कारण है की संसार में हर जीवन दायनी वस्तु को माँ की संज्ञा दी जाती है। यदि हमारे जीवन के शुरुवात समय में कोई हमारे सुख दुख में हमारा साथ देता है, हमारा साथी होता है तो वो हमारी माँ ही होती है।

माँ हमें कभी भी इस बात का अहसास नहीं होने देती की संकट के घरी में हम अकेले हैं। इसी कारणवश हमारे जीवन में माँ के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है।

एक माँ अपने बच्चों से बहुत ही ज्यादा प्रेम करती है, वह भले ही खुद भुखे सो जाए लेकिन अपने बच्चों को खाना खिलाना नहीं भूलती है।

हर व्यक्ति के जीवन में उसकी माँ एक शिक्षक से लेकर पालनकर्ता जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं। इसलिए हमें अपने माँ का सदेव सम्मान करना चाहिए क्योंकि ईश्वर हमसे नाराज हो जाए परंतु एक माँ अपने बच्चों से कभी भी नाराज नहीं हो सकती है।

यही कारण है की हमारे जीवन में मां के इस रिश्ते को अन्य सभी रिश्तों से इतना ज्यादा महत्व दिया जाता है, इसे सर्वोपरी माना जाता है।

एक स्त्री अपने जीवन में पत्नी, बेटी, बहु, जैसे ना जाने कितने रिश्ते निभाती हैं, परंतु इन सभी रिश्तों में से जिस रिश्ते को सबसे ज्यादा सम्मान प्राप्त है वह माँ का रिश्ता है।

मातृत्व का बंधन वह बंधन है जिसकी व्याख्या शब्दों में नहीं की जा सकती है। माँ अपने बच्चे को।जन्म देने के साथ ही उसके लालन पालन का भी कार्य करती है।

कुछ भी हो जाए लेकिन एक माँ का उसके बच्चों के प्रति स्नेह कभी कम नहीं होता है, वह खुद से भी ज्यादा अपने बच्चों के सुख सुविधाओं को लेकर चिंतित रहती है।

एक माँ अपनी संतान के रक्षा के प्रति बड़ी से बड़ी विपत्तियां का सामना करने का साहस रखती है।एक मां स्वयं चाहे जितने भी कष्ट सह ले परंतु अपने बच्चों पर किसी तरह की आंच नहीं आने देना चाहती हैं।

इन्हीं कारणों से तो माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का रूप माना गया है और इसलिए यह कहावत भी काफी प्रचलित है की, ईश्वर हर जगह मौजूद नहीं रह सकता है इसलिए तो उसने माँ को बनाया है।

माँ हमारा पालन पोषण करने के साथ ही हमारे जीवन में मार्गदर्शक और शिक्षक की भी भूमिका निभाती है। हम अपने जीवन में जो भी आरंभिक ज्ञान तथा शिक्षाएं पाते हैं वो हमें हमारे जीवन में हमारी माँ के द्वारा ही दी जाती है।

यही कारण है की माँ को प्रथम शिक्षक के रूप में भी जाना जाता है। हमारे आदर्श जीवन के निर्माण में हमें हमारे माँ के द्वारा दी गई शिक्षाएं काफी महत्व रखती हैं क्योंकि बचपन से ही एक माँ अपने बच्चे को नेकी, सदाचार तथा हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाएं देती हैं।

जब भी हम अपने जीवन में अपना रास्ता भटक जाते हैं तो हमारी माँ हमें सदैव सद्मार्ग पर लाने का प्रयास करती हैं।

कोई भी माँ कभी भी यह नहीं चाहती है की उसका बेटा गलत कार्यों में लिप्त रहें।हमारे प्रारंभिक जीवन में हमें अपनी माँ द्वारा कई ऐसी आवश्यक शिक्षाएं दी जाती हैं,जो आजीवन हमारे काम आते रहती हैं।

इसलिए एक आदर्श जीवन के निर्माण में माँ का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है।हरेक व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई उसका प्रेरणा स्रोत अवश्य होता है और उसी से वह अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा ग्रहण करता है।

किसी के जीवन में उसके शिक्षक उसके प्रेरणा स्रोत हो सकते हैं, तो किसी के जीवन में कोई सफल व्यक्ति उसका प्रेरणा हो सकता है, तो किसी के जीवन में उसकी माँ उसके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा की स्रोत हो सकती है।

इस बात को मैं काफी गर्व और विश्वास के साथ कह सकती हूं की इस दुनियां में मेरी माँ ही मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि मुझे जन्म देने के साथ ही उसने मुझे मेरे शुरुवाती जीवन में हर एक चीज सिखाए है, जिसके लिए मैं पूरे जीवन उसका आभारी रहूंगी। जब मैं बिलकुल छोटी सी थी तो मेरी माँ ने मेरी उंगली पकड़कर मुझे चलना सिखाया।

जब मैं थोरी बड़ी हुई तो मेरी माँ ने मुझे कपड़ पहनना, ब्रश करना, जूते का फीता बांधना सिखाने की साथ ही घर पर मुझे प्रारंभिक शिक्षा भी दी।जब भी मैं किसी कार्य में असफल हुई तो मेरी माँ ने मुझमें और भी अधिक विश्वास जगाया।

जब भी मैं किसी समस्या में थी तो मेरी माँ ने हर संभव प्रयास किया की मैं उस समस्या को पार कर सकूं।आज भी वो मुझे कुछ न कुछ जरूर सीखा पाती है क्योंकि हम कितने भी बड़ी क्यों ना हो जाए लेकिन जिंदगी के अनुभव में हमेशा छोटी ही रहूंगी।

वास्तव में मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है और उसके द्वारा दी जाने वाली हर एक शिक्षा मेरे लिए बहुत ही अनमोल है।उन्होंने मुझे केवल प्रारंभिक शिक्षा ही नहीं दी बल्कि जीवन जीने का तरीका भी सिखाया है।

मुझे इस बात की शिक्षा भी दी है की समाज में किस तरह से सबों के साथ व्यवहार करना चाहिए।वह मेरे दुख में मेरे साथ रही हैं,मेरे तकलीफों में मेरी शक्ति बनी हैं और मेरी हर सफलता का आधार स्तंभ भी मेरी माँ ही हैं।यही कारण है की मैं उन्हें अपना सबसे अच्छा मित्र मानती हूं।

निष्कर्ष :अतः उपर्युक्त तथ्यों के माध्यम से माँ पर निबंध को बहुत ही अच्छी तरह से समझा जा सकता है।हमारे जीवन में यदि कोई सबसे ज्यादा महत्व रखता है तो वह हमारी माँ ही है, क्योंकि माँ के बिना तो हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।

यही कारण है की माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का रूप भी माना जाता है।इसलिए हमें माँ के मातृत्व के महत्व को समझते हुए, उसे सदैव खुश रखने की कोशिश करनी चाहिए।

हम अपने जीवन में कितने ही शिक्षित तथा उपाधि धारक क्यों ना हो जाए लेकिन अपने जीवन में जो चीजें हमने अपनी माँ से सीखी होती हैं, वह हमें दूसरा कोई और नहीं सीखा सकती है।

यही कारण है की मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि उन्होंने मुझे सिर्फ प्रारंभिक शिक्षा ही नहीं दी है बल्कि मुझे जीवन को जीना भी सिखाया है।उनके मेहनत, निस्वार्थ भाव, साहस तथा त्याग ने मुझे सदैव ही प्रेरित करने का कार्य किया है।

उन्होंने मुझे सामाजिक व्यवहार से लेकर ईमानदारी तथा मेहनत जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाएं दी हैं।यही कारण है की मैं उन्हें अपना सबसे अच्छा शिक्षक, मित्र तथा प्रेरक मानती हूं।

माँ पर निबंध 400 शब्दों में। Mother Essay in 400 words in Hindi.

मां पर निबंध 400 शब्दों में
मां पर निबंध 400 शब्दों में

माँ वह है जो हमें जन्म देती है, यहीं कारण है की संसार में हर जीवन दायणी वस्तु को माँ की संज्ञा दी जाती है।यदि हमारे जीवन के शुरुवाती समय में कोई हमारे सुख दुख में हमारा साथी होता है तो वह हमारी माँ ही होती है।

माँ हमें कभी इस बात का अहसास नहीं होने देती की संकट के घड़ी में हम अकेले हैं।इसी कारणवश हमारे जीवन में माँ के महत्व को नकारा नहीं जा सकता हैं।

मैं अपने जीवन में अपनी माँ को एक अभिभावक तथा शिक्षक के साथ ही अपना सबसे अच्छा मित्र भी मानती हूं, क्योंकि चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन मेरे प्रति उसका प्रेम और स्नेह कभी भी कम नहीं होता है।

जब भी मैं किसी संकट में या फिर किसी तकलीफ में होती हूं, तो वह बिना बताए ही मेरी परेशानियों के विषय में जान जाती है और मेरी सहायता करने का हर संभव प्रयास करती है।

माँ का हमारे जीवन पर बहुत ही गहरा और सकारात्मक प्रभाव रहता है।वह हमारे जीवन में हमें बहुत सारी चीजें सिखाती हैं जो की हमारे जीवन में बहुत मायने रखती है।

मैं इस बात को बहुत ही गर्व के साथ कह सकती हूं की मेरी माँ मेरी गुरु तथा आदर्श होने के साथ ही मेरे जीवन का प्रेरणा स्रोत भी हैं।

प्रेरणा एक तरह की अनुभूति है जो की हमें किसी चुनौती या फिर कार्य को सफलता पूर्वक प्राप्त करने में हमारी सहायता करती है।

यह एक प्रकार की प्रवृति है, जो हमारे शारीरिक तथा सामाजिक विकास में हमारी सहायता करता है।किसी व्यक्ति तथा घटना से प्राप्त प्रेरणा हमें इस बात का अहसास कराती है की हम विकट परिस्थितियों में भी किसी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

हम अपनी क्षमताओं के विकास के लिए अन्य स्रोतों से प्रेरणा प्राप्त करते हैं, जिसमें मुख्यत विख्यात व्यक्ति या फिर कोई सफल व्यक्ति के जीवनी की कहानी से हमें कुछ सीख मिलती है परंतु मेरे जीवन में वो विख्यात व्यक्ति, सफल व्यक्ति, और भी बहुत कुछ, केवल और केवल एक ही इंसान है और वो इंसान है मेरी माँ।

उसने मेरे जीवन में मुझे कई सारी चीजें सिखाई है जो मेरे पूरे जीवन काम आएंगी। आज तक के जीवन में मैंने अपने माँ को कभी भी विपत्तियों के आगे घुटने टेकते हुए नहीं देखा है।

मेरे सुख सुविधाओं के लिए उन्होंने कभी भी अपने दुखों की परवाह नहीं की, वास्तव में वह त्याग और प्रेम की प्रतिमूर्ति है।मेरे सफलताओं के लिए उन्होंने ना जाने कितने कष्ट सहन किए हैं।

उनका व्यवहार, रहन सहन तथा इच्छाशक्ति मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा है।मेरी माँ मेरी प्रेरणा स्रोत इसलिए भी है क्योंकि ज्यादातर लोग कार्य करते हैं की उन्हें प्रसिद्धि प्राप्त हो और वह समाज में नाम कमा सके लेकिन एक माँ कभी भी यह नहीं सोचती है

वह तो बस अपने बच्चों को उनके जीवन में सफल बनाना चाहती है।वह जो भी कार्य करती है, उसमें उसका अपना कोई स्वार्थ नहीं होता है।यही कारण है की मैं अपने माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का एक रूप मानती हूं।

माँ पर निबंध 200 शब्दों में। Mother Essay in 200 words in Hindi.

मां पर निबंध 200 शब्दों में
मां पर निबंध 200 शब्दों में

जैसा की हमलोग बहुत अच्छे से जानते हैं की माँ एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाए वो कम ही है।हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

इस बात को मैं काफी गर्व और विश्वास के साथ बोल सकती हूं की इस दुनिया में मेरी माँ ही मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि वो मुझे जन्म देने के साथ ही मेरी सबसे अच्छी शिक्षक भी है।

उन्होंने मुझे जन्म देने के साथ साथ जीवन जीने का तरीका सिखाया है, जीवन जीने के आदर्श सिद्धांत को मेरे जीवन में लागू करने में मेरी काफी मदद की है।

जब भी मैं किसी कार्य में असफल होती हूं तो मेरी माँ ने मुझमें और भी विश्वास जगाया।जब भी मैं किसी समस्या में थी तो मेरी माँ ने हर संभव प्रयास किया की कई उस बाधा को पार कर लूं।

आज भी वो मुझे कुछ ना कुछ जरूर सिखाते रहती है क्योंकि मैं कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जाऊ अपने जीवन में परंतु जीवन या जिंदगी के अनुभव में हमेशा उनसे छोटी ही रहूंगी।

यही कारण है की मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि उन्होंने मुझे सिर्फ प्रारंभिक शिक्षा ही नहीं बल्कि मुझे जीवन जीना भी सिखाया है।

माँ पर निबंध 10 लाइन। Mother Essay in 10 Lines in Hindi.

निचे दिए गए 10 लाइन में माँ पर निबंध लिखा हुआ है। आप ध्यानपूर्वक पढ़े। 

माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन पालन भी करती हैं।

माँ के इस रिश्ते को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है।

एक माँ दुनियां भर के कष्ट सहकर भी अपने संतान को अच्छी से अच्छी सुख सुविधाएं देना चाहती हैं।

मेरी माँ मेरे जीवन में कई सारी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरी सबसे अच्छी मित्र भी है।

जब मैं किसी भी समस्या में होती हूं, तो वह मुझमें विश्वास पैदा करने का कार्य करती हैं।

मैं अपने जीवन में जो कुछ भी हूं वह सिर्फ अपने माँ के ही बदोलत हूं क्योंकि मेरी सफलता तथा असफलता दोनों ही वक्त वह मेरे साथ ही होती हैं।

वह मेरे दुख में मेरे साथ रही हैं, मेरे तकलीफों में मेरी शक्ति बनी हैं और वह मेरे हर सफलता का आधारस्तम्भ भी हैं।

उनके मेहनत, निस्वार्थ भाव, साहस तथा त्याग ने मुझे सदैव ही प्रेरित करने का कार्य किया है।

उन्होंने मुझे सामाजिक व्यवहार से लेकर ईमानदारी तथा मेहनत जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाएं दी हैं।

अतः मुझे मेरी माँ पर गर्व है।

माँ पर निबंध कैसे लिखें। How to write Essay on Mother in Hindi?

माँ पर निबंध लिखने के लिए निचे दिए गए लाइन को ध्यानपूर्वक पढ़े। 

माँ पर निबंध लिखने के लिए माँ का परिचय, प्रस्तावना, जीवन में मां का महत्व, मातृत्व बंधन,एक आदर्श जीवन के लिए माँ की शिक्षाएं, जीवन में सबसे अच्छी शिक्षक मां, माँ द्वारा दी गई प्रेरणाएं का महत्व आदि को विस्तृत रूप में लिखा जाता है। तो इस प्रकार आप माँ पर निबंध लिख सकते है। 

माँ पर निबंध निष्कर्ष :

हमें उम्मीद है की माँ पर निबंध पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा। अगर आपके मन में कुछ सवाल है माँ पर निबंध से सम्बंधित तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है। माँ पर निबंध पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यबाद। 

Sonam Kumari

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