स्वागत है दोस्तों, हमारे इस पोस्ट में। अगर आप Jaipur Ghumne जाने की सोच रहे है, तो ये पोस्ट आपके लोए ही है। ये पोस्ट Jaipur Me Ghumne Ki Jagah के बारे में है। इस पोस्ट में हम जयपुर और Jaipur Me Ghumne Ki Jagah के बारे में जानेंगे।
जयपुर में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान | जयपुर के दर्शनीय स्थल | Jaipur Ke Paryatan Sthal
यह, भारत के राजस्थान राज्य में स्थित आकर्षक ‘गुलाबी शहर’, धरोहर, जीवंत संस्कृति और वास्तुकला के दरियादिल नगर है। इस सरस्वती नदी के किनारे बसा यह प्रेरक शहर अपनी महान इतिहास, प्रचंड संस्कृति और यादगार संरचनाओं के साथ-साथ विदेशों से आने वाले यात्रियों को भी अपनी खूबसूरती से आकर्षित करता है। महाराजाओं के वीरता की कहानियों से भरी मंदिरों और किलों के साथ-साथ यह शहर दर्शकों को भव्यता की दुनिया में ले जाता है।
जयपुर में कदंबित समय का एहसास होता है। बड़े-बड़े किले पुरानी दिवारों में चिपके हुए हैं और शहर की सड़कें भी अपने प्राचीन विक्रम से अभिभूत होती हैं। बहुमूल्य अम्बर किले का महरूम वीर तथा विशालकाय सम्राटीय शहरीय दरबार शहर की धरोहर और गर्व को दर्शाते हैं, जो पूरे विश्व के लोगों के लिए एक अविस्मरणीय साहसिक यात्रा प्रदान करते हैं।
इस शहर का चित्र शिल्प भी लोगों को आकर्षित करता है। जैसे ही सूरज पश्चिम की ओर डूबता है, शहर बाजारों की भिड़ती सड़कों पर एक महान सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचार करता है, जहां परंपरागत हस्तशिल्प और कपड़ों का भंडार देखने को मिलता है। सूर्यास्त के समय, राजस्थान के लोकगीतों की ध्वनि और परम्परागत नृत्य से जीवन भर तक यादगार अनुभव होता है।
इस अद्भुत यात्रा में जयपुर की गलियों से गुजरकर, इस गुलाबी नगर का जादू आप पर अपना प्रभाव छोड़ देगा। यहां के शीर्ष आकर्षण, छिपी खासियतें और अंदरूनी सुझावों को खोजने के लिए, जयपुर का सफर आपके लिए एक अनुपम और भूलनेयोग्य यात्रा बना देगा, जो आपको एक पूर्वानुमानित और यादगार यात्रा के रूप में संबोधित करेगा।
About Jaipur (जयपुर – गुलाबी नगरी)
जयपुर, राजस्थान राज्य की राजधानी, भारत का एक सुंदर शहर है। इसे ‘गुलाबी नगर’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां के भव्य प्राचीन इमारतें और महलों का अधिकांश भाग गुलाबी रंग में पेंट किया गया है।
इस जगह का सबसे अधिक प्रसिद्ध आकर्षण है ‘अम्बर किला’। यह किला हिल पर बना है और सुरंग के माध्यम से इसे जुड़ा हुआ है। यहां से शहर का पूरा नजारा देखा जा सकता है और इसकी सुंदरता को देखकर दिल खुश हो जाता है।
जयपुर का दूसरा प्रमुख स्थान ‘हवा महल’ है, जिसे हवेली के रूप में जाना जाता है। इसकी अद्भुत वास्तुकला और 953 खिड़कियों से युक्त दीवारें इसे विश्वभर में प्रसिद्ध करती हैं।
यह एक खरीदारी का स्वर्ग है। यहां आपको स्थानीय शैली की जूते, पोशाकें, गहने, राजस्थानी शिल्प-कला के उत्कृष्ट आभूषण और कढ़ाई वाले कपड़े मिलते हैं।
जयपुर राजस्थान की विविधता, परंपरा और रंगीन संस्कृति का प्रतीक है। इसके प्राचीन महल, मंदिर और बाजारों की रौनक से लबालब शहर आपको एक यादगार और साहसिक अनुभव का सामना कराएगा। जयपुर एक ऐसा स्थान है जिसे आप एक बार आएंगे, लेकिन इसका जादू आपके दिल में सदैव बस जाएगा।
Jaipur Me Ghumne Ki Jagah
जयपुर, भारत का गुलाबी शहर, एक ऐसी यात्रा का सपना है जो हर यात्री को मग्न करता है। यहां के प्राचीन इतिहास, रंगीन संस्कृति, और भव्यतम दरबारों ने इसे राजस्थान की राजधानी बनाया है। जयपुर में घूमने के लिए अनेक सार्वजनिक स्थल हैं, जो यात्रियों को अपनी अद्भुत विस्तारकता के साथ प्रसन्न करते हैं।
Rajasthan, Jaipur Me Ghumne Ki Jagah की कोई कमी नहीं है। जब आप जयपुर घूमने जायेंगे तो आपको वापस आने का मन नहीं करेगा, जयपुर ही ही इतना खुबसूरत। Jaipur Me Ghumne Ki बहुत सारी Jagah है, उनमे से कुछ ख़ास जगह की बात हम यहाँ कर रहे है।
- अम्बर किले
- हवा महल
- जंतर मंतर
- सिटी पैलेस
- जल महल
- बापू बाजार
- जौहरी बाजार
- रामनीवास बाग
- नाहरगढ़ किला
- मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर
अम्बर किले (आमेर किला)

अम्बर किले राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक राजपूत शासकीय किला है जो भारतीय इतिहास और वास्तुकला का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह किला गुलाबी पत्थर और लाल रंग के मनमोहक मिश्रण से निर्मित है, जिससे यह गुलाबी शहर के रूप में जाना जाता है।
इस किले का निर्माण मानसिंह द्वितीय ने 16वीं शताब्दी में शुरू किया था और इसे उसके पिता मानसिंह प्रथम द्वारा पूरा किया गया। यह किला मानसिंही द्वारा वास्तुकला और विज्ञान का अद्भुत उदाहरण है, जिसमें पानी के जाल और गैस के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए अनोखे तकनीकी उपकरण शामिल हैं।
अम्बर किले के अंदर विभिन्न महल, मंदिर और बाग शामिल हैं। जागीर महल, शीश महल, सुक्हदेवी मंदिर, जाल महल और दिवान-ए-खास कुछ प्रमुख आकर्षण हैं जिन्हें यात्रियों की आकर्षण का केंद्र बनाया जाता है। यहां से शहर के ऊपर से भव्य नजारे देखने का भी मौका मिलता है जो आपको राजस्थान की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद देता है।
इस किले में पहुंचने के लिए आपको हाथी सवारी, पैदल यात्रा या राजपुताना गन्नी का उपयोग कर सकते हैं। यहां की विशाल और समृद्ध धरोहर और राजस्थानी संस्कृति की कहानी आपको वास्तविक राजस्थानी अनुभव का मौका देती है। अम्बर किले एक वाराणसी में विश्व सांस्कृतिक धरोहर के रूप में विश्वस्तरीय स्थल है जो आपके मन को छू जाएगा और आपकी यात्रा को यादगार बनाएगा।
हवा महल
हवा महल राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह अनूठा और रंगीन अद्भुत संरचना है जो शहर के मुख्य बाजार, सिटी पैलेस और जल महल से थोड़ी सी दूरी पर स्थित है। इसका नाम ‘हवा महल’ है क्योंकि इसके छत्रियों वाले छिद्र वेग से चलने वाले हवा का स्तर अच्छी तरह से संरक्षित रखते हैं जो इसे गर्मी के मौसम में भी शीतल बनाता है।
इस महल को महाराजा सवाई प्रताप सिंह के अधीनस्थ सल्तनतीकाल में बनवाया गया था। यह राजपूताना शैली का महल है, जो परंपरागत राजस्थानी वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है। हवा महल की बाहरी दीवारें नागार स्टाइल में बनी होती हैं जो इसे इतनी खूबसूरत और विशेष बनाती हैं।
यह महल प्राकृतिक हवा के जरिए ताजगी और शीतलता देने के लिए बनाया गया था। हवा महल में छतरियों के छिद्र जोड़ने से एक विशेष प्रकाश और बगीचे की जागर का निर्माण होता है। इससे यह महसूस होता है कि आप एक उत्कृष्ट स्थान पर हो रहे हैं जहां से आपको शहर के ऊपर से भव्य नजारे देखने का अवसर मिलता है।
हवा महल का निजी स्ट्रक्चर के रूप में इस्तेमाल किया जाना, जैसे कि राजकुमारियों और महिला सदस्यों के लिए शानदार बर्फीली सर्दी के मौसम में सूर्य की किरणों से बचने के लिए, इसे भी यहां का एक विशेषता बनाता है।
इस महल के आस-पास स्थित सजावटी बाग और छोटे छोटे भवनों का नक्काशी इसे एक छोटे राजमहल के रूप में भी दर्शाता है। इसे यात्रियों की पसंदीदा जगहों में से एक बनाता है, और यह शहर के सौंदर्य और अद्भुत वास्तुकला का प्रतीक है।
जंतर मंतर
जंतर मंतर राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक ऐतिहासिक संरचना है जो खगोलशास्त्र और ज्योतिषीय गणित के लिए बनवाई गई थी। यह विश्व का सबसे बड़ा जंतर मंतर है और भारत के साथ ही यह दुनिया में भी अविश्वसनीय वैज्ञानिक संरचनाएं में से एक माना जाता है।
इसका निर्माण महाराजा जयसिंह द्वितीय द्वारा 18वीं शताब्दी में किया गया था। यह संरचना ज्योतिषीय उपकरणों का एक समृद्ध संग्रह है जो सूर्य, चंद्रमा, नक्षत्रों और ग्रहों के गति और दिशा को मापते हैं। इसके अंतर्गत अनेक यंत्र हैं, जैसे कि सम्राट यंत्र, नदी यंत्र, राशि यंत्र आदि, जिनका उपयोग विभिन्न ज्योतिषीय गणित गणनाओं के लिए किया जाता है।
जंतर मंतर की विशेषता यह है कि इसे ऐसे तकनीकी नौटिये और यंत्रों से बनाया गया है, जो सूर्य के प्रकाश और ग्रहों के गति को अच्छी तरह से माप सकते हैं। यहां पर स्थित विभिन्न यंत्र उन समय के विज्ञानियों और ज्योतिषियों के ज्ञान का प्रतीक है जो उस समय की तकनीकी संभावनाओं को दर्शाता है।
इसकी सौंदर्यता और विज्ञान का सम्मिलन यहां की खासियत बनाता है। यात्रियों के लिए यह एक रोचक और शिक्षाप्रद स्थल है जो उन्हें खगोलशास्त्रीय गणनाओं के साथ विचलित करता है और ज्योतिषीय दृष्टिकोन से दुनिया को देखने का मौका देता है। जंतर मंतर का दौरा करके आप विज्ञान की दुनिया में अद्भुत अनुभव प्राप्त कर सकते हैं और इसे जयपुर की स्थायी रंगीनता का एक अनूठा हिस्सा मानेंगे।
सिटी पैलेस
सिटी पैलेस राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक राजमहल है जो राजपूत शासकों के आधिकारिक आवास के रूप में बनवाया गया था। यह महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा 18वीं शताब्दी में निर्मित किया गया था और वर्तमान राजपुताना शासक परिवार का निवास स्थान है।
इस पैलेस का निर्माण राजपूत शैली में हुआ है और इसकी वास्तुकला और समृद्धि भरी गैर-संयुक्त आकृतियों के लिए मशहूर है। इसमें सैकड़ों कमरे, महल, मुसाफिर खाना, मुख्य दरबार, दीवान-ए-खास, और रॉयल म्यूजियम शामिल हैं।
यह महल उस समय की धरोहर और संस्कृति को सजावटी ढंग से प्रदर्शित करता है जब महाराजा और महारानियों का समृद्ध और रंगीन जीवन रहता था। सिटी पैलेस में विभिन्न प्रकार की रचनात्मक वास्तुकला, खिलौने, रॉयल परिधान, और अद्भुत चित्रकारी भी देखने को मिलते हैं।
सिटी पैलेस में स्थित म्यूजियम विशाल संग्रहालय है जो राजपूत राजवंशों की शानदार धरोहर, शस्त्र-शस्त्रास्त्र, पूर्वजों के पहनावे, और राजपूत संस्कृति के प्रतीक दृश्यों का प्रदर्शन करता है।
यह पैलेस जयपुर की विश्वस्तरीय परिक्रमा दर्शकों को इस शानदार राजमहल की विशालता, रौनक, और विविधता के साथ परिचित कराती है। यह इस शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जिसे यात्रियों और ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रेमियों के बीच खास पसंदीदा बना दिया है।
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जल महल
जल महल राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक रोमांचक और अद्भुत प्राचीन संरचना है, यह Jaipur Ki Famous Jagah में से एक है। यह एक महल नहीं है, बल्कि एक अनोखी नृत्यत्मक नक्काशी वाली संरचना है जो मानों के साथ जल तट पर बनाई गई है। इसे ‘जल महल’ कहा जाता है क्योंकि इसके बाहरी दीवारें जल तट पर स्थित होने के कारण पानी में भागीदार होती हैं जिससे यह महल अपने आप में एक अनूठी रहस्यमयी खूबसूरती का प्रतीक बन जाता है।
इस जल महल का निर्माण महाराजा जयसिंह द्वितीय द्वारा 18वीं शताब्दी में किया गया था। यह राजपूताना शैली में बना है और इसकी वास्तुकला उस समय के विशिष्टता को प्रकट करती है जब महाराजा और महारानियों के लिए शानदार रिसोर्ट्स बनवाए जाते थे।
जल महल दिवान-ए-खास के रूप में भी उपयोग हुआ था जहां राजा ने विशिष्ट मामूली मुद्दे और महत्वपूर्ण मामूली मुद्दों को हल किया था।
इस महल का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना था और इसे यात्रियों के लिए आकर्षक बनाने के लिए विशेष रूप से विकसित किया गया था। यहां से आप शहर के ऊपर से खूबसूरत नजारे देखने का मौका प्राप्त करते हैं जो शहर की सुंदरता और जल के संयोजन का आनंद लेने के लिए एक अद्भुत स्थल है।
जल महल जयपुर की प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और यात्रियों को इसके अद्भुत नृत्यत्मक नक्काशी और रूमानी वातावरण से लुभाता है। यह अद्भुत इतिहास और संस्कृति का एक विशाल खजाना है जो आपको मजबूत यादें बनाएगा और आपकी यात्रा को स्मृद्धि से भर देगा।
बापू बाजार
बापू बाजार राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक प्रसिद्ध बाजार है जो शहर के प्रमुख बाजारों में से एक है। यह शहर की आपसी व्यापार और खरीदारी की प्रमुख स्थलों में से एक है जिसमें आपको राजस्थानी वस्त्र, हस्तशिल्प उत्पाद, और सौंदर्य उत्पादों की एक विस्तृत विकल्पसूची मिलती है।
यह बाजार विशाल बाजार है जो शानदार रंगीन सौंदर्य उत्पादों से भरा हुआ है। यहां पर आपको राजस्थान के प्रसिद्ध सौंदर्य उत्पादों, शिल्प-कला के आकर्षक वस्त्र, मुद्राशिल्पि उत्पाद, मणियों के आभूषण, खूबसूरत खिलौने, और अन्य स्थानीय वस्तुएं मिलती हैं।
बापू बाजार का नाम इसे प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री महात्मा गांधी के लोकप्रिय उपाधि “बापू” पर रखा गया है। इसलिए यह बाजार महात्मा गांधी के समर्थन में एक राष्ट्रीय संबंधित स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।
यह बाजार आपके खरीदारी के अनुभव को समृद्ध करता है, और यहां से आप राजस्थान की विशेषता, विरासत, और संस्कृति का आनंद उठा सकते हैं। यह एक शॉपिंग परांपरिक और स्थानीय वस्तुओं के प्रेमियों के बीच खास पसंदीदा है जो जयपुर की स्थायी रंगीनता और समृद्धि का अनुभव करना चाहते हैं।
जौहरी बाजार
जौहरी बाजार राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक प्रमुख बाजार है जो गहनों, आभूषणों, प्रसाद, रत्नों, और प्रिंटिंग वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है। यह बाजार राजस्थानी गहनों और आभूषणों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है और यहां आपको दृश्यविक्रयी और स्थानीय शैली में बने आभूषण मिलते हैं।
यह बाजार शोपिंग प्रेमियों का खजाना है जो खूबसूरत गहनों के बीच खास पसंदीदा है। यहां पर आपको राजस्थान की संस्कृति, रंगीनता, और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े आभूषण और गहने मिलते हैं, जो आपको विशिष्ट बनाते हैं।
जौहरी बाजार गुलाबी बाजार के पास स्थित है और यह शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह खुदरा विक्रयी और आभूषणों के लिए शॉपिंग परांपरिक स्थल है जो शौकियों के बीच खास पसंदीदा है।
इस बाजार का नाम इसे शानदार रत्नों के बीच एक बाजार के रूप में प्रसिद्ध है। यहां पर आप मुक्ताकर, हीरे, जवाहरात और अन्य प्रसिद्ध रत्न उत्पादों की विशाल विकल्पसूची मिलती है।
जौहरी बाजार जयपुर की एक बेहतरीन शॉपिंग स्थल है जो आपको उत्कृष्ट रत्नों, गहनों, और आभूषणों का विकल्प प्रदान करता है। यहां आप अपने अद्भुत खरीदारी अनुभव के साथ शहर की रंगीनता और भव्यता का भी आनंद ले सकते हैं।
रामनीवास बाग
रामनीवास बाग राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित एक प्रसिद्ध बाग (बगीचा) है। यह बाग महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय द्वारा 18वीं शताब्दी में निर्मित किया गया था। यह बाग महाराजा के आधिकारिक आवास के रूप में बनवाया गया था और इसमें उनके संरचित और विचित्र रंगीनता से भरे बगीचे की खासियत है।
यह बाग शानदार वास्तुकला और मुग़ल संस्कृति को प्रदर्शित करता है। यहां के बगीचे में विभिन्न प्रकार के पौधों, फूलों, और फव्वारों को सजाकर एक आकर्षक और शानदार वातावरण बनाया गया है। इस बाग का नाम ‘रामनीवास’ महाराजा सवाई राम सिंह के नाम पर रखा गया है।
रामनीवास बाग का मुख्य उद्देश्य एक सुंदर और शानदार बगीचे का आनंद लेना है और यह विश्वस्तरीय परिक्रमा का एक अच्छा विकल्प है। यहां पर आप शहर के ऊपर से खूबसूरत नजारे देखने का मौका प्राप्त करते हैं जो शहर की सुंदरता और हरियाली का आनंद लेने के लिए एक अद्भुत स्थल है।
यह बाग जयपुर की प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और यात्रियों को इसके रॉयल और शानदार बगीचे के लिए खास पसंदीदा बना दिया है। यह एक शानदार प्राकृतिक स्थल है जो शहर की सुंदरता को दर्शाता है और आपकी यात्रा को विशेष बनाता है।
नाहरगढ़ किला
नाहरगढ़ किला भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। यह राजस्थान के अलवर जिले में नाहरगढ़ नगर नामक स्थान पर स्थित है। नाहरगढ़ किला एक प्राचीन दुर्ग है जो इतिहास, संस्कृति और सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
इस किले का निर्माण राजपूत राजवंश चौहान राजा बलबीर सिंघ द्वितीय ने 1737 में किया था। यह किला राजपूत स्थानीय संस्कृति और विरासत का अद्भुत उदाहरण है और इसे स्थानीय लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र माना जाता है।
नाहरगढ़ किले की महाद्वार (द्वार) विशेष रूप से खूबसूरत है और इसमें राजपूत वास्तुशिल्प की सुंदरता का प्रतीकार है। किले के भीतर राजमहल, दरबार, मंदिर और गुम्मट स्थान हैं जिन्हें देखने के लिए लोग आते हैं।
इस किले के चारों ओर एक प्राकृतिक झील (तालाब) भी है, जिसका नाम “नाहरसागर” है। यह झील इस स्थान को और भी आकर्षक बनाती है और यहां से आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
नाहरगढ़ किला राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और इसकी सुंदरता, सांस्कृतिक महत्व और ऐतिहासिक महत्व के कारण लोग यहां आकर आत्मा को शांति और शुभकामनाएं प्राप्त करते हैं।
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर शहर में स्थित है। यह जयपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और इसे स्थानीय लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र माना जाता है।
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर का नाम इसलिए है क्योंकि इसका स्थान एक ऊँचे पहाड़ी (डूंगरी) पर स्थित है और मंदिर में गणेश जी की मूर्ति को मोती (पर्ल्स) से सजाया जाता है। मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा विशाल और सुंदर होती है, और श्रद्धालु लोग यहां उन्हें अपनी विनती और मनोकामनाएं पूरी करने के लिए आते हैं।
इस मंदिर का निर्माण राजपूत राजवंशों के समय में हुआ था और यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष धूमधाम से आयोजित होता है।
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर के पास एक प्राकृतिक पहाड़ी भी है जिसे चमुण्डा माता के नाम से जाना जाता है। इस पहाड़ी पर भी भक्तजन दर्शन के लिए आते हैं और इसके ऊपरी भाग से मंदिर का सुंदर नजारा देखा जा सकता है।
यह मंदिर जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और इसकी सुंदरता, सांस्कृतिक महत्व और धार्मिक महत्व के कारण लोग यहां आकर आत्मा को शांति और शुभकामनाएं प्राप्त करते हैं।
Some Jaipur Quotes in Hindi
बहुत आभार है जयपुर का,
जो यहाँ गाँव के अनपढ़-गवांर को नौकरी देती है,
उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति तो,
वहाँ के लोगों का निवाला तक छीन लेती है।
मैं मधुमक्खी तुम मेरा छत्ता,
बैठ सका न अब तक अलबत्ता,
जयपुर का मैं हूँ निवासी सुनो
शायद तुम रहती हो कलकत्ता।
हजारों ख्वाब हकीकत में बदलते है,
तो लाखों टूट भी जाते है,
ये शहर जयपुर बहुत कुछ देता है,
पर बहुत कुछ छीन भी लेता है।
Conclusion About Jaipur Me Ghumne Ki Jagah
हमें उम्मीद है आपको हमारा Jaipur Me Ghumne Ki Jagah वाला ये पोस्ट पसंद आया होगा। अगर आप कभी जयपुर गए है तो अपना Experience Comments के जरिये हमारे साथ शेयर करे। Jaipur Me Ghumne Ki कोई और अच्छी जगह अगर आपको पता हैं तो, वो भी Comment करे।
यहां के शानदार स्थलों का आनंद लेकर जयपुर में अपनी यात्रा को यादगार बनाएं और इस प्राचीन शहर के समृद्ध धरोहर और सौंदर्य का आनंद उठाएं।धन्यबाद…