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15 August Par Shayari | 15 अगस्त पर कविता, शायरी, मैसेज, कोट्स

स्वागत है दोस्तों, कुछ ही दिनों के बाद भारत अपनी आज़ादी के 76 साल पुरे करेगा। 15 अगस्त को भारत के आज़ादी के 76 साल पुरे हो जायेंगे, और भारत अपना 77 वॉ स्वतंत्रा दिवस मनाएंगे। हमारे इस पोस्ट में 15 August Par Shayari के कुछ नमूने दिए गए है। 

अगर आप स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर 2 Line Tiranga Shayari, 15 August Par Shayari Hindi Mai, Desh Bhakti Shayari 2 Line जैसा कुछ खोज रहे है। तो यह पोस्ट बिलकुल आपके लिए ही है। 

इस पोस्ट में हमने Swatantrata Diwas Ki Shayari, Flag Shayari In Hindi, Tiranga Shayari Hindi, Flag Shayari के बहुत सारे नमूने लिखे है। आप इनमे से कोई भी Shayari अपने Status पर इस्तेमाल कर सकते है। 

15 August Swatantrata Diwas – 15th August Independence Day

15th August का इतिहास भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। भारत की आज़ादी का संघर्ष लगभग एक शताब्दी तक चला था, और लोगों के संघर्ष और त्याग के कारण, अंततः 15 August 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली।

15 अगस्त 1947 को भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्र को भाषण दिया और भारत की आज़ादी की घोषणा की। इस दिन, विशेष समारोह और ध्वजारोहण समारोह देशभर में आयोजित किए गए थे।

स्वतंत्रता दिवस के दिन देशभक्तों की शहादत, त्याग, और संघर्ष को याद किया जाता है और देश के वीरों को सम्मानित किया जाता है। यह एक राष्ट्रीय उत्सव है जो भारतीयों के लिए गर्व का विषय है और राष्ट्र के उन्नति और समृद्धि के प्रतीक है।

भारत के स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में देशभक्ति भाव, आत्मनिर्भरता, और एकता को स्थायी करने का संकेत है, जो भारत को उन्नत और विकसित राष्ट्र बनाने के मार्ग में प्रेरित करता है।

15 August Par Shayari Hindi Mai

swatantrata diwas ki shayari

अब तक जिसका खून न खौला,
वो खून नहीं वो पानी है,
जो देश के काम ना आये,
वो बेकार जवानी है। 

 

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है। 

 

जो देश के लिए शहीद हुए,
उनको मेरा सलाम है,
अपने खून से जिस जमीं को सींचा,
उन बहादुरों को मेरा सलाम है। 

 

कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ। 

 

इस वतन के रखवाले हैं हम,
शेर ए जिगर वाले हैं हम,
मौत से हम नहीं डरते,
मौत को बाँहों में पाले हैं हम। 

swatantrata diwas shayari
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दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान हैं। 

 

हल्की सी धूप बरसात के बाद,
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद। 

 

ना पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी हैं,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये हैं,
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।

 

तिरंगा हमारा शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती हैं वफा-ए-जमीं,
देश के मर मिटना काबुल है हमें,
अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें। 

 

गंगा, यमुना, यहां नर्मदा
मंदिर, मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा,
मेरा भारत सदा सर्वदा।

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Desh Bhakti Shayari 2 Line

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सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है।

 

जब “इश्क और क्रांति” का अंजाम एक ही है,
तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ।

 

इसी जगह इसी दिन तो हुआ था ये एलान,
अँधेरे हार गए ज़िंदाबाद हिन्दोस्तान।

 

कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहेब,
सरहदें कूद के आते हैं यहां दफ़न होने के लिए।

 

हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़,
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही।

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जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को,
फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को।

 

नक़्शा ले कर हाथ में बच्चा है हैरान,
कैसे दीमक खा गई उस का हिन्दोस्तान।

 

याकीन करो या ना करो, मगर बात याकीन की है,
मेरी जिस्म में मिट्टी सिर्फ, और सिर्फ इस जमीन की है।

 

शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

 

सर ऊंचा था और ऊंचा ही रहेगा हमारा,
हम पूरी शान से जीते हैं, क्योकि देश हमारा सबसे प्यारा।

 

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2 Line Tiranga Shayari under 15 August Par Shayari

2 Line Tiranga Shayari
2 Line Tiranga Shayari

अलग है भाषा, धरम, जात और प्रान्त, भेष, परिवेश,
पर सबका एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ। 

 

नई कहानी लिखकर लौटे आन-बान-सम्मान की,
अम्बर में लहराए तिरंगा खुश्बू हिन्दुस्तान की। 

 

है अमन की पहचान यह मेरा देश का झंडा,
लहराए आसमान पर यह भारत का तिरंगा। 

 

हर रोज न सही मगर आज तो ये काम करें,
जहाँ भी तिरंगा दिखे सर उठाकर सलाम करें। 

 

जिद पे आ जाए, तो रुख मोड़ दे तूफानों के,
तुमने तेवर नही देखे, अभी ‘तिरंगे’ के दीवानों के। 

 

लाल और हरे को एक पट्टे में रहने दो,
मेरे हिंदुस्तान को तिरंगे सा रहने दो। 

 

सो गये जो ओढ़ तिरंगा, भारत माँ की गोद मे,
होंगे ऐसे वीर पैदा फिर, किसी माँ की कोख में। 

 

तिरंगा हमारी शान है,
ये हम सब का अभिमान है।

 

एक ही तिरंगे के नीचे सारी आवाम हो,
तभी आजाद हिन्द का असल नाम हो।

 

कफ़न तो हर एक के नसीब में है,
जो तिरंगे में लिपटे वो खुशनसीब है।

 

Shayari On Tiranga

गली-गली में हम तिरंगा लहराएगें,
आजादी का पर्व हम शान से मनाएगें।

 

ये आन तिरंगा है,
ये शान तिरंगा है,
अरमान तिरंगा है,
अभिमान तिरंगा है,
मेरी जान तिंरगा है।

 

इतनी सी बात हवाओ को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने,
ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाए रखना।

 

देश के लिए शहीद हुए,
वीरों की गाथाएं गाता है,
देश की सीमा पर जब भी,
तिरंगा शान से लहराता है।

 

आन देश की, शान देश की
देश की हम सब संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा हुआ तिरंगा,
यह हम सब की पहचान हैं।

 

सबसे प्यारा है वतन हमारा
गर्व से हम ये कहते हैं,
एक तिरंगे के नीचे
हम सभी ख़ुशी से रहते हैं।

 

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा झंडा,
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।

 

महज कपड़ा नहीं है ये,
वीरता की निशानी है,
जो कीमत जानता है इसकी,
वो ही हिन्दुस्तानी है।

 

रंग बिरंगा यह ध्वज लहराएं हमारा,
जवानों की जीवन धारा हैं तिरंगा हमारा,
स्वतंत्रता के आगाज़ में इसे फहराएं हम,
वीरता के संग इसे सजाएं हम।

 

लोकतंत्र में रहना चाहें,
सब अपने अपने ढंग से,
बना रहे हैं अपना तिरंगा,
सब अपने अपने रंग से।

 

Swatantrata Diwas Ki Shayari

हम आजाद हैं, ये आजादी कभी छीनने नहीं देंगे,
तिरंगे की शान को हम कभी मिटने नहीं देंगे,
कोई आंख भी उठाएगा जो हिंदुस्तान की तरफ,
उन आंखों को फिर दुनिया देखने नहीं देंगे। 

 

लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा,
मैं रहूं या न रहूं पर ये वादा है मेरा तुमसे कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा। 

 

दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त,
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी। 

 

वतन के जाँ-निसार हैं वतन के काम आएँगे,
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमाँ बनाएँगे। 

 

हम ख़ून की क़िस्तें तो कई दे चुके लेकिन,
ऐ ख़ाक-ए-वतन क़र्ज़ अदा क्यूँ नहीं होता।

 

खुदा रखे दूर हुकूमत से, इन कम अकलों को,
देना हैं एक हसीं वतन, हमें अपनी नसलों को। 

 

फिर दयार-ए-हिन्द को आबाद करने के लिए,
झूम कर उट्ठो वतन आज़ाद करने के लिए। 

 

दुख में सुख में हर हालत में भारत दिल का सहारा है,
भारत प्यारा देश हमारा सब देशों से प्यारा है। 

 

देखे हैं हमने प्यार करने वाले कई,
मगर वतन से अच्छा सनम कहां,
पैसों में लिपट कर मौतें कई हुई है,
नसीब में तिरंगे का कफन कहां। 

 

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे। 

 

Conclusion – 15 August Par Shayari

हमें उम्मीद है की आपलोगो को हमारा ये पोस्ट पसंद आया होगा। इस Swatantrata Diwas par shayari पोस्ट में हमने कुछ देशभक्ति shayari शेयर किआ है। और हमे आशा है की ये शायरी आपको अच्छी लगी होगी। अगर आपलोग शायरी लिखते है या आपलोग को कोई अच्छी Deshbhakti Shayari आती है तो आप Comments के जरिये हमे शेयर कर सकते है। 

Navin Sinha

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